Writer | Niraj Kumar
मोहित सूरी की फिल्म सैयारा युवा कलाकारों के साथ बॉक्स ऑफिस पर छा गई है।
फिल्म में कृष्ण और वाणी की अनोखी, गहराई से भरी यात्रा को दिखाया गया है।
सैयारा में हिंसा की जगह संगीत, प्रेम और संवेदना को तरजीह दी गई है।
फिल्म का हीरो धीरे-धीरे संवेदनशील होता है और सोच में बदलाव आता है।
निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने भी फिल्म की तारीफ की और बधाई दी।
सैयारा में युवाओं को हिंसा नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव पसंद आया।
सुभाष घई ने कहा कि अब दर्शकों को बड़े चेहरे नहीं, सच्ची कहानी चाहिए।
फिल्म युवाओं की असली समस्याएं, सपने और संघर्ष को पेश करती है।
सुपरमैन या धोखेबाज़? सच्चाई चौका देगी!